2021-22 में 40,000 करोड़ का मुनाफा
तीन प्रमुख कंपनियों ने वित्त वर्ष 2021-22 में कुल 40,554 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। इसमें 24,184 करोड़ का मुनाफा इंडियन ऑयल का था जबकि एचपीसीएल का 9,076 और बीपीसीएल का 7,294 करोड़ रुपये था। इस दौरान इंडियन ऑयल ने 7.36 लाख करोड़ और एचपीसीएल ने 3.72 लाख करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया जो उनके इतिहास में पहली बार हुआ है। उस समय भी 4 नवंबर, 2021 से 22 कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट मार्च, 2022 के बीच में चुनावी मौसम के कारण तेल कंपनियों ने तेल की कीमतें स्थिर रखी थीं।

कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट, सोने की चमक भी पड़ी फीकी, जानिए क्या है वजह

इंटरनेशनल मार्केट में कच्चा तेल करीब 1% गिरा है। ब्रेंट का भाव $92 के नीचे फिसला है जबकि 16 नवंबर को ब्रेंट $94.79 तक पहुंचा था।

इंटरनेशनल मार्केट में कच्चा तेल करीब 1% गिरा है। ब्रेंट का भाव $92 के नीचे फिसला है जबकि 16 नवंबर को ब्रेंट $94.79 तक पहुंचा था। ब्रेंट में लगातार चौथे दिन गिरावट देखने को मिल रही है। इस बीच WTI में $85 के नीचे कारोबार कर रहा है । 1 हफ्ते में ब्रेंट करीब 4.5% तक गिरा है वहीं WTI 5 फीसदी टूटा है। MCX क्रूड का भाव 7000 के नीचे कायम है।

क्रूड पर दबाव के कारण

कच्चे तेल की कीमतों में आए दबाव की वजहों पर नजर डालें तो मांग में दबाव से कीमतों में गिरावट आई है। वहीं चीन में कोरोना के मामले बढ़ने से भी कच्चे तेल की मांग में दबाव देखने को मिल रहा है। Druzhba पाइपलाइन सप्लाई फिर से शुरू हुई है। वहीं जेपी मॉर्गन ने हाल कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट ही में अपने रिपोर्ट में कहा है कि US में दरें बढ़ने का इकोनॉमी पर बुरा असर पड़ेगा। जेपी मॉर्गन का कहना कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट है कि यूएस अगले साल हल्की मंदी में जा सकता है।

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ब्रेंट की चाल

ब्रेंट की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में इसमें 2 फीसदी की गिरावट आई है जबकि 1 महीने में यह 4 फीसदी भागा है। वहीं 1 साल में इसमें 13 फीसदी की बढ़त देखने को मिला है। जबकि WTI की चाल नजर डालें तो 1 हफ्ते में इसमें 2.5 फीसदी की गिरावट आई है जबकि 1 महीने में यह 2.5 फीसदी भागा है। वहीं 1 साल में इसमें 9 फीसदी की बढ़त देखने को मिला है।

वहीं MCX पर क्रूड की चाल नजर डालें तो 1 हफ्ते में इसमें 3 फीसदी की गिरावट आई है जबकि 1 महीने में यह 3 फीसदी चढ़ा है। वहीं 1 साल में इसमें 21 फीसदी की बढ़त देखने को मिला है।

कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट

ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) के दर में बदलाव लगातार जारी है. शनिवार के दिन (26 नवंबर) को क्रूड ऑयल की कीमत में 2 प्रतिशत की गिरावट आई है.

  • Author : Vishal Upadhayay
  • Updated on: 26/Nov 2022

ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) के दर में बदलाव लगातार जारी है. शनिवार के दिन (26 नवंबर) को क्रूड ऑयल की कीमत में 2 प्रतिशत की गिरावट आई है. अभी ये 83.63 प्रति बैरल पर पहुंच गया है. इसके अलावा WTI क्रूड ऑयल की कीमत में 2.13 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है जिसके बाद यह 76.28 प्रति बैरल पर ट्रैड कर रहा है. लेकिन मंगलवार को राष्ट्रीय बाजार में वाहन ईंधन पेट्रोल और डीजल (Petrol-Diesel) के भाव अभी भी स्थिर बनी हुई हैं. भारतीय तेल कंपनियों द्वारा आज के अपडेट रेट जारी किए जा चुके हैं.

दिल्ली-मुंबई में पेट्रोल-डीजल की कीमत

सरकारी कंपनियों द्वारा जारी की गई कीमत लिस्ट की बात करें तो राजधानी दिल्ली में आज पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर है. आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल की कीमत 106.31 रुपये और डीजल की कीमत 94.27 रुपये प्रति लीटर बनी हुई है.

दिल्ली एनसीआर में पेट्रोल-डीजल की कीमत की बता करें तो नोएडा में पेट्रोल की कीमत 96.64 रुपये और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर है. इसके अलावा गुरुग्राम में पेट्रोल की कीमत 97.18 रुपये और डीजल 90.05 रुपये प्रति लीटर है. वहीं, गाजियाबाद में पेट्रोल की कीमत 96.58 रुपये और कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट डीजल 89.75 रुपये प्रति लीटर है.

अपके शहर में कितना है पेट्रोल-डीजल का भाव

अन्य बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम की बात करें तो. कोलकाता, चेन्नई, लखनऊ, चंडीगढ़, जयपुर और पटना में पेट्रोल के दाम क्रश: 92.76, 102.63, 96.कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट 62, 96.20, 108.48 और 107.48 रुपये प्रति लीटर है. वहीं, इन शहरों में डीजल के दाम 92.76, 94.24, 89.76, 84.26, 93.72 और 94.04 रुपये प्रति लीटर है.

साल के मई महीने से पेट्रोल-डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं देखा गया है. इससे पहले 21 मई 2022 को बदलाव देखा गया था. तब सरकार के द्वारा पेट्रोल की एक्साइज ड्यूटी में 8 रुपये और डीजल की कीमत में 6 रुपये प्रति लीटर की कमी की थी.

Petrol-Diesel के दाम को लेकर आई अच्छी खबर, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से रेट में आएगी कमी

India TV Business Desk

Edited By: India TV Business Desk
Published on: September 10, 2022 18:06 IST

Petrol-Diesel के दाम को लेकर आई. - India TV Hindi

Photo:PTI (FILE PHOTO) Petrol-Diesel के दाम को लेकर आई अच्छी खबर

Petrol Diesel Price: अंतर्राष्ट्रीय बाजार में महंगाई में कमी और ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण पिछले कुछ हफ्तों में बेंचमार्क सरकारी बॉन्ड पर 18 बेसिस प्वाइंट्स से अधिक की गिरावट आई है। जल्द ही पेट्रोल डीजल की कीमतों में भी कमी देखने को मिलेगी।

कुछ महीने पहले मंहगाई चरम पर थी

कुछ महीने पहले मंहगाई चरम पर थी। जुलाई महीने में भारी गिरावट देखी गई है। खाद्य कीमतों में कमी के कारण जुलाई में सीपीआई कम होकर 6.70 प्रतिशत पर आ गई थी। हालांकि, कुल संख्या अभी भी लगातार सातवें महीने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के ऊपरी टॉलरेंस बैंड से ऊपर है।

जेएम फाइनेंशियल में प्रबंध निदेशक और प्रमुख संस्थागत अजय मंगलुनिया ने कहा, "अगर हम महंगाई के पहलू से कोई झटका और आश्चर्य नहीं देखते हैं तो बॉन्ड प्रतिफल यहां से आगे बढ़ने की उम्मीद है। एफपीआई प्रवाह को फिर से शुरू करने से अंतत: इस महीने के अंत में 7 साल से नीचे जी-सेक की पैदावार हो सकती है।"

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी दी थी जानकारी

इस सप्ताह की शुरुआत में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि वैश्विक सूचकांकों में बॉन्ड को शामिल करने की अनुमति देने का 2020 का बजट प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ सकता, क्योंकि फंड प्रवाह वांछित स्तरों को पूरा नहीं करता है। श्रीनिवासन ने कहा कि सरकारी बॉन्ड इंडेक्स में शामिल होने की उम्मीद के आधार पर बाजार अभी भी सकारात्मक बना रहेगा। तेल की कीमतों में गिरावट कुछ हद तक सकारात्मक बॉन्ड बाजार रैली के ईंधन को बढ़ाएगी।

बाजार के कई सपोर्टिव फैक्टर्स के बावजूद बुधवार को तेल में गिरावट आई है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि देश किसी भी राष्ट्र को ऊर्जा की आपूर्ति नहीं करेगा जो देश के कच्चे तेल पर एक नियोजित अमेरिकी नेतृत्व वाली मूल्य सीमा का समर्थन करता है। इसके अलावा, ऊर्जा सूचना प्रशासन ने वैश्विक तेल मांग के लिए अपना दृष्टिकोण बढ़ाया, जबकि अमेरिकी आपूर्ति के पूर्वानुमान में भी कटौती की गई है।

Crude Oil : कच्चा तेल तीन महीने में 26 डॉलर घटा, 11.70 रुपये तक सस्ता मिल सकता है पेट्रोल-डीजल

कच्चा तेल

कच्चे तेल की कीमतों में आई भारी कमी का फायदा तेल कंपनियां ग्राहकों को देने से बच रही हैं। पिछले 3 माह में कच्चा तेल अंतरराष्ट्रीय बाजार में 26 डॉलर सस्ता हुआ है, पर कंपनियों ने तेल के भाव को स्थिर रखा है। इसका असर ग्राहकों कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट की जेब पर हो रहा है।

जानकारों का मानना है कि अगर इस अनुपात के आधार पर तेल कंपनियां कीमतों में कमी करतीं तो पेट्रोल और डीजल 11.70 रुपये के करीब सस्ता हो सकते थे। 6 जून को कच्चा तेल 120 डॉलर प्रति कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट बैरल था जबकि अब यह 94 डॉलर प्रति बैरल पर है।

पेट्रोल और डीजल की कीमतें 7 अप्रैल से स्थिर हैं यानी इनमें न तो बढ़ोतरी हुई और न ही गिरावट हुई। विश्लेषकों का कहना है कि आगे कच्चे तेल की कीमतें 80-85 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकती हैं।

विस्तार

कच्चे तेल की कीमतों में आई भारी कमी का फायदा तेल कंपनियां ग्राहकों को देने से बच रही हैं। पिछले 3 माह में कच्चा तेल अंतरराष्ट्रीय बाजार में 26 डॉलर सस्ता हुआ है, पर कंपनियों ने तेल के भाव को स्थिर रखा है। इसका असर ग्राहकों की जेब पर हो रहा है।

जानकारों का मानना है कि अगर इस अनुपात के आधार पर तेल कंपनियां कीमतों में कमी करतीं तो पेट्रोल और डीजल 11.70 रुपये के करीब सस्ता हो सकते थे। 6 जून को कच्चा तेल 120 डॉलर प्रति बैरल था जबकि अब यह 94 डॉलर प्रति बैरल पर है।

पेट्रोल और डीजल की कीमतें 7 अप्रैल से स्थिर हैं यानी इनमें न तो बढ़ोतरी हुई और न ही गिरावट हुई। विश्लेषकों का कहना है कि आगे कच्चे तेल की कीमतें 80-85 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकती हैं।

एक डॉलर घटने या बढ़ने से 45 पैसे का होता है असर
एसएमसी ग्लोबल के एक रिसर्च हेड के मुताबिक, कच्चा तेल अगर एक बैरल पर एक डॉलर कम या ज्यादा होता है तो देश की तेल कंपनियों को एक लीटर पर 45 पैसे का असर होता है। इस तरह से देखा जाए तो 26 डॉलर के आधार पर 11.70 रुपये पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटनी चाहिए थी। देश की तीन प्रमुख तेल कंपनियों बीपीसीएल, एचपीसीएल और इंडियन ऑयल को जून तिमाही में 18,480 करोड़ रुपये का भारी-भरकम नुकसान हुआ था।

Petrol Diesel LPG Price : कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट, गैस सिलेंडर 630 रूपये, जानिए क्या है आपके शहर का भाव

लंबे समय से पेट्रोल-डीज़ल एवं एलपीजी गैस सिलेंडर के भाव दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं, ऐसे में आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन अब उन्हें राहत देने वाली खबर सुनने में आ रही है. जी हां सरकारी तेल कंपनियों के द्वारा हालही में पेट्रोल डीजल की कीमतों में गिरावट की गई है. यहां तक कि एलपीजी गैस सिलेंडर भी अब 630 रूपये हो गया है. देश में बड़े महानगरों समेत कई शहरों में पेट्रोल डीजल एवं एलपीजी गैस सिलेंडर के नए भाव जारी किये गये हैं, आपके शहर में आज का भाव क्या है देखना चाहते है तो यह आप कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट इस लेख से जानिए.

petrol diesel lpg price

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट

दोस्तों देश में पिछले कई महीनों से पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार वृद्धि होती जा रही है, ये तो हुई परिवहन की बात, लेकिन ये मंहगाई खाने-पीने की चीजों से लेकर गैस सिलेंडर तक के दामों को बढ़ा रही है. पर अब सरकार ने लोगों को कुछ राहत देने वाली खबर सुनाई है. जी हां सरकारी तेल कंपनियों के द्वारा पेट्रोल डीजल की नई कीमतें जारी की गई है. जोकि भारी गिरावट दर्शा रही है.

भारत के विभिन्न राज्यों के महानगरों, अन्य शहरों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें इस प्रकार हैं –

शहर पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर डीजल की कीमत प्रति लीटर
पोर्टब्लेयर 84.10 रूपये 79.74 रूपये
दिल्ली 96.72 रूपये 89.62 रूपये
मुंबई 111.35 रूपये 97.28 रूपये
चेन्नई 102.63 रूपये 94.24 रूपये
कोलकाता 106.03 रूपये 92.76 रूपये
नोएडा 96.57 रूपये 89.96 रूपये
लखनऊ 96.57 रूपये 89.76 कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट रूपये
जयपुर 108.48 रूपये 93.72 रूपये
तिरुवनंतपुरम 107.71 रूपये 96.52 रूपये
पटना 107.24 रूपये 94.04 रूपये
गुरुग्राम 97.18 रूपये 90.05 रूपये
बेंगलुरू 101.94 रूपये 87.89 रूपये
भुवनेश्वर 103.19 रूपये 94.76 रूपये
चंडीगढ़ 96.20 रूपये 84.26 रूपये
हैदराबाद 109.66 रूपये 97.82 रूपये

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत

हालही में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कुछ प्रतिशत गिरावट आई है, ख़बरें आ रही है कि कच्चे तेल की कीमतों में 0.43 डॉलर या फिर 0.45 प्रतिशत की गिरावट आई है. जिससे इसकी कीमत फ़िलहाल 95.73 डॉलर प्रति बैरल हो गई है.

आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत की समीक्षा की जाती है उसके बाद हमारे देश की सरकारी तेल कंपनियां रोजाना सुबह करीब 6 बजे पेट्रोल-डीजल एवं अन्य तेल के दाम जारी करती है. दरअसल अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत की समीक्षा करने के बाद हमारे देश की केंद्र एवं राज्य सरकार अपना कर, ढुलाई की लागत, कमीशन आदि शामिल करके नई कीमत जारी करती है. अतः अलग – अलग शहरों में इनकी कीमतें अलग – अलग होने का कारण यही है कि राज्य सरकारें अपने अनुसार कर, ढुलाई की लागत एवं कमीशन की कीमतें तय करती है, इसलिए यह हर रोज बदलती है.

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