एलपीजी ( Liquefied Petroleum Gas ) कनेक्शन लेने पर पेट्रोलियम कंपनियां ग्राहक को पर्सनल एक्सीडेंट कवर मुहैया कराती हैं। 50 लाख रुपये तक का यह बीमा LPG सिलेंडर से गैस रिसाव या समझें कि विकल्पों की कीमत कैसे तय की जाती है विस्फोट के कारण दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना की स्थिति में वित्तीय सहायता के रूप में है। इस बीमा के लिए पेट्रोलियम कंपनियों ने बीमा कंपनियों के साथ साझेदारी की है।
चीन: कोरोना से बेकाबू होते हालात, मस्जिदों-कोल्ड स्टोर में रखी जा रहीं लाशें
बीजिंग. चीन में कोविड-19 महामारी से होने वाली मौतों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि अब हालात काबू से बाहर होते नजर आ रहे हैं. चीन में अब कोरोना से हो रही मौतों के बाद लोगों के शवों को मस्जिदों और गोदामों में रखा जा रहा है. खबरों में कहा गया है कि बीजिंग में नीउ स्ट्रीट की मस्जिद का इस्तेमाल अब शवों को रखने के लिए किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर इससे जुड़े एक वीडियो में दिखाया गया है कि मस्जिद में हर तरफ मानव शव रखे हुए हैं. जबकि दूसरी कुछ खबरों में ये भी कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस से हुई मौतों के बाद लोगों को दफनाने के लिए कब्रिस्तानों में वेटिंग के चलते शवों को मस्जिदों में रखा गया है.
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो में दिखाया गया कि शवों को बीजिंग में निउ मस्जिद में रखा गया है और उनको दफनाए जाने का इंतजार है. ये भी कहा जा रहा है कि चीन में सरकार कोरोना से हो रही मौतों की असली संख्या को जाहिर नहीं कर रही है. लोगों को अधिकारियों के आंकड़े गलत लग रहे हैं और उन पर भरोसा नहीं किया जा रहा है. केवल इतना ही नहीं, चीन में कोरोना के कारण हो रही मौतों से हालात इतने भयावह हो गए हैं कि सूअरों का मांस रखने के लिए बने कोल्ड स्टोरेज में भी कोरोना मरीजों के शव रखे जा रहे हैं.
जानिए कैसे मिलेगा गैस सिलेंडर पर 50 लाख का क्लेम
LPG दुर्घटना के बाद दावा लेने की प्रक्रिया आधिकारिक वेबसाइट mylpg.in पर दी गई है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ( Pradhan Mantri Ujjwala Yojana ) वेबसाइट के मुताबिक अगर ग्राहक को मिलने वाले सिलेंडर से एलपीजी ( Liquefied Petroleum Gas ) कनेक्शन मिलता है, उसके घर में कोई दुर्घटना होती है तो वह व्यक्ति 50 लाख रुपये तक के बीमा का हकदार हो जाता है.
1. LPG दुर्घटना होने पर अधिकतम 50 लाख रुपये तक का मुआवजा मिल सकता है। दुर्घटना में घायल प्रत्येक व्यक्ति को अधिकतम 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जा सकता है।
2. एलपीजी ( Liquefied Petroleum Gas ) सिलेंडर का बीमा कवर पाने के लिए ग्राहक को दुर्घटना के बारे में तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन और अपने एलपीजी वितरक को सूचित करना होगा।
उज्ज्वला योजना में ऐसे करें आवेदन
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ( Pradhan Mantri Ujjwala Yojana ) 2.0 के तहत कुल 8.05 मिलियन घरेलू एलपीजी कनेक्शन जारी किए गए हैं, जिसे हाल ही में उत्तर प्रदेश के महोबा में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था। पीएमयूवाई के तहत औसत सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी ( Liquefied Petroleum Gas ) रिफिल की खपत दिल्ली में 8.12 सिलेंडर पर सबसे अधिक थी, इसके बाद चंडीगढ़ (7.45 सिलेंडर), पुडुचेरी (6.67 सिलेंडर) और मिजोरम (6.22 सिलेंडर) थे। 14.2 किलो के 2.57 LPG सिलेंडर की सबसे कम रिफिल खपत छत्तीसगढ़ में दर्ज की गई।
आपको बता समझें कि विकल्पों की कीमत कैसे तय की जाती है दें कि मोदी सरकार की महिलाओं के लिए सबसे सफल उज्ज्वला योजना की शुरुआत 1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया से हुई थी. इस प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ( Pradhan Mantri Ujjwala Yojana ) के तहत आर्थिक रूप से कमजोर गृहिणियों को रसोई एलपीजी ( Liquefied Petroleum Gas ) गैस सिलेंडर प्रदान किया जाता है। लाभार्थियों को जमा-मुक्त नया कनेक्शन प्राप्त करने के लिए नकद सहायता दी जाती है। साथ ही घर की महिला मुखिया के नाम से LPG कनेक्शन दिए जाते हैं।
उज्जवला योजना 2.0 के लिए आवेदन कैसे करें : LPG New Update
- अगर आप प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ( Pradhan Mantri Ujjwala Yojana ) में ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो आधिकारिक वेबसाइट pmuy.gov.in पर जाएं।
- ऑनलाइन आवेदन के विकल्प का चयन कर गैस कनेक्शन के लिए कंपनी का चयन करें।
- इसके बाद मांगी गई जानकारी भरकर सबमिट कर दें।
- ऑफलाइन आवेदन के लिए वेबसाइट से फॉर्म डाउनलोड करें।
- फिर फॉर्म भरकर नजदीकी LPG गैस डीलर के पास जमा कर दें।
- एड्रेस प्रूफ के लिए अपने पते की स्व-घोषणा देकर आपको गैस कनेक्शन मिलेगा।
- आधार कार्ड : असम और मेघालय के लिए आधार कार्ड जरूरी नहीं है।
- राशन कार्ड या ऐसा कोई दस्तावेज जिसमें परिवार के सदस्यों के नाम हों।
- बैंक खाता संख्या और IFSC
फैशन का जलवा! आर्यमन राज को मिला मिस्टर बिहार का खिताब, दिशा बनीं मिस बिहार
News18 हिंदी 1 घंटे पहले News18 Hindi
© News18 हिंदी द्वारा प्रदत्त "फैशन का जलवा! आर्यमन राज को मिला मिस्टर बिहार का खिताब, दिशा बनीं मिस बिहार"
पटना. बिहार की राजधानी पटना में शनिवार को आई ग्लैम फैशन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. मिस्टर एंड मिस बिहार ब्यूटी एंड मेल पेजेंट 2022-23 फैशन प्रतियोगिता में राजधानी पटना के आर्यमन राज को मिस्टर बिहार का खिताब मिला है. वहीं पटना की दिशा गुप्ता को मिस बिहार का ताज प्राप्त हुआ है. बता दें, आई ग्लैम फैशन प्रतियोगिता का आयोजन हर साल किया जाता है. यह इस प्रतियोगिता का सातवां सीजन था. इस प्रतियोगिता में बिहार के अलग-अलग जिलों के प्रतिभागी शामिल हुये थे.
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई)
5 लाख रुपये तक की एफडी से समय से पहले निकासी पर बैंक आपसे 0.50% जुर्माना वसूलता है। यदि निवेश रुपये है। 5 लाख, SBI आपसे प्री-क्लोजर पर 1% पेनल्टी लेता है। साथ ही, बैंक सात दिनों से कम समय के लिए जमा राशि पर कोई ब्याज नहीं देता है।
बैंक सभी कार्यकालों के लिए एफडी को समय से पहले रद्द करने या आंशिक निकासी पर 1% जुर्माना लगाता है।
एचडीएफसी बैंक
एफडी को समय से पहले बंद करने पर लागू ब्याज दर ब्याज की पेशकश से कम होगी। साथ ही, एफडी खाते (स्वीप-इन और आंशिक सहित) को समय से पहले बंद करने के मामले में बैंक 1% जुर्माना लगाते हैं।
अगर आप एक साल से कम समय में एफडी बंद करते हैं तो 5 करोड़ रुपये से कम जमा पर बैंक 0.5% जुर्माना वसूलता है। 5 करोड़ रुपये से अधिक की जमा राशि पर, पांच साल के बाद खाता बंद करने पर 1.5% जुर्माना लगाया जाता है और पांच साल से कम समय के लिए समय से पहले निकासी पर 1% जुर्माना लगाया जाता है।
बजाज फाइनेंस
अगर खाता 3 से 6 महीने के बीच बंद कर दिया जाता है तो एफडी पर कोई ब्याज नहीं मिलता है। छह महीने के बाद, एनबीएफसी नियम और शर्तों के अधीन समय से पहले निकासी पर 2-3% ब्याज जुर्माना लगाएगा।
अगर आप एफडी कराने जा रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। आपको पहले अलग-अलग अवधि के लिए एफडी पर दी जाने वाली ब्याज दरों की जांच करनी चाहिए। पता करें कि दर त्रैमासिक है या चक्रवृद्धि है। मासिक चक्रवृद्धि ब्याज वाली एफडी ज्यादा रिटर्न देती है। एफडी खाता खोलने से पहले बैंक या वित्तीय संस्थान की विश्वसनीयता का आकलन कर लें। आप अपने FD रिटर्न को अधिकतम करने के लिए लैडर स्ट्रैटेजी का भी उपयोग कर सकते हैं। केवल रिटर्न के आधार पर एफडी चुनने से बचें।
राइट टू रिपेयर क्या है? (What is the Right to Repair?)
जब भी कोई इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट खराब हो जाता है तो कंपनी उसे सुधारने के लिए आपसे काफी ज्यादा पैसा लेती है. दूसरी ओर यदि आप किसी और से भी उसे रिपेयर करवाते हैं तो कई बार उस प्रोडक्ट के पार्ट्स ही नहीं मिलते.
जैसे स्मार्टफोन की ही बात कर लें. यदि इनमें बैटरी खराब हो जाती है तो इनकी बैटरी मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है. आजकल नॉन रिमुवेबल बैटरी आ रही है जिस वजह से कंपनी की ही बैटरी मिल पाना या उस स्मार्टफोन के लिए उचित बैटरी मिल पाना मुश्किल हो जाता है.
जब किसी स्मार्टफोन में बैटरी खराब हो जाएगी और नहीं मिल पाएगी तो कंज्यूमर उस खराब फोन का क्या करेगा? उसे उस फोन को कचरे में ही फेंकना पड़ेगा. इस तरह की समस्या से निजात पाने के लिए सरकार ने राइट टू रिपेयर पोर्टल लांच किया है.
राइट टू रिपेयर पोर्टल के फायदे (Right to repair portal benefits)
राइट टू रिपेयर पोर्टल हर कंज्यूमर के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होने समझें कि विकल्पों की कीमत कैसे तय की जाती है वाला है.
– आपका प्रोडक्ट यदि खराब हो जाता है तो आप इस पोर्टल पर जाकर उस प्रोडक्ट की रिपेयरिंग कॉस्ट के बारे में जान सकते हैं.
– आपके प्रोडक्ट को रिपेयर करने के लिए किन पार्ट्स की जरूरत है, पार्ट्स की कीमत कितनी है? ये सारी जानकारी आपको यहाँ मिलेगी.
– इस पर आपको काफी सारी कैटेगरी के प्रोडक्ट की इनफार्मेशन मिलेगी.
राइट समझें कि विकल्पों की कीमत कैसे तय की जाती है टू रिपेयर पॉलिसी क्या है? (What is the right to repair policy?)
भारत के अलावा कई विकसित देश पहले से ही राइट टू रिपेयर पॉलिसी को लागू कर चुके हैं. अमेरिका, ब्रिटेन और युरोपियन संघ में इसे पहले से लागू किया गया है.
असल में पिछले कुछ दशकों से कंपनियां जान-बूझकर ऐसे प्रोडक्ट बनाने लग गई हैं जो कुछ समय तक ही चलें. मतलब कुछ महीने या कुछ साल चलकर खराब हो जाए. प्रोडक्ट जब खराब हो जाएगा तो कस्टमर उसे रिपेयर करवाने की कोशिश करेगा, यदि प्रोडक्ट के पार्ट्स नहीं मिलेंगे तो उसे फिर समझें कि विकल्पों की कीमत कैसे तय की जाती है से नया प्रोडक्ट खरीदना पड़ेगा. ऐसे में कंपनी का बिजनेस बहुत तेजी से आगे बढ़ते रहेगा.
ये कंपनियों के लिए तो सही है लेकिन लोगों के लिए और पर्यावरण के लिए ये समझें कि विकल्पों की कीमत कैसे तय की जाती है बिल्कुल भी सही नहीं है. लोग यदि को प्रोडक्ट खरीदते हैं तो वो उसमें अपनी मेहनत की कमाई लगाते हैं, वो प्रोडक्ट उनके इमोशन से जुड़ा होता है. ऐसे में यदि वो प्रोडक्ट कुछ ही महीने के इस्तेमाल में फेंकना पड़े तो लोगों को काफी दुख होता है.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 410