टेनिस समाचार
विंबल्डन 2021 में बड़ा उलटफेर देखने को मिला। 8 बार के विंबल्डन विजेता रोजर फेडरर हारकर बाहर हो गए हैं। .
भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा टेनिस कोर्ट को भले मिस कर रही हों। मगर इस लाॅकडाउन के दौरान वह ऑनलाइन .
कोरोना के चलते इस साल विंबलडन रद कर दिया गया है। बावजूद इसके ऑल इंग्लैंड क्लब टूर्नामेंट में हिस्सा लेने .
टेनिस के दिग्गज खिलाड़ी नोवाक जोकोविक भी कोरोना का शिकार हो गए हैं। मंगलवार को नोवाक ने कोरोना टेस्ट करवाया .
भारतीय महिला टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने बुधवार को फेड कप हार्ड अवार्ड जीता। यह पुरस्कार पाने वाली वह पहली .
भारतीय महिला टेनिस प्लेयर सानिया मिर्जा ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। सानिया फेड कप हार्ट अवार्ड के .
दुनिया के नंबर वन टेनिस प्लेयर नोवाक जोकोविच का कहना है कि व्यक्तिगत रूप से वह कंपलसरी वैक्सीनेशन का समर्थन .
कोरोना महामारी के बीच विश्व में आर्थिक संकट मंडरा रहा है। ऐसे में कर्मचारियों की नौकरी न जाए इसके लिए .
भारत की मशहूर टेनिस प्लेयर सानिया मिर्जा का बेटा भले ही एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें काफी छोटा हो, मगर उसने भी टेनिस कोर्ट पर .
Coronavirus Covid 19 impact: सबसे पुराना टेनिस टूर्नामेंट विम्बलडन हुआ रद, आखिरी बार वर्ल्ड वॉर के दौरान हुआ था कैंसिल
कोरोना वायरस के चलते इस बार विम्बलडन कैंसिल कर दिया गया है। आखिरी बार यह टूर्नामेंट वर्ल्ड वॉर सेकेंड के .
कोरोना वायरस के चलते जहां दुनियाभर के बड़े-बड़े स्पोर्ट्स इवेंट रद किए जा चुके हैं। वहीं अब विम्बलडन पर इसकी .
कोरोना वायरस के कारण फ्रेंच ओपन भी रद कर दिया गया। यह टूर्नामेंट सितंबर में होना था। मगर अब इसे .
भारतीय महिला टेनिस प्लेयर सानिया मिर्जा के फैंस के लिए बड़ी खुशखबरी है। अपने खेल से लाखों लोगों को दीवाना .
दुनिया के नंबर वन टेनिस प्लेयर राफेल नडाल सोमवार को एटीपी फाइनल्स टूर्नामेंट में जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव से हार .
पाकिस्तान में अगले महीने होने वाले डेविस कप में भारतीय खिलाड़ी खेलेंगे या नहीं, इसको लेकर सस्पेंस जारी है। भारतीय .
VIRAL VIDEO: भोपाली गुंडे की नई करतूत, बीच सड़क दिखाया 'फूल और कांटे' वाला स्टंट
भोपाल के एक बदमाश का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें बीच सड़क पर जुबैर मौलान और उसके अन्य साथी फूल और कांटे फिल्म वाला स्टंट करते नजर आ रहे हैं. पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है.
Updated Dec 14, 2022 | 12:00 PM IST
जानकारी मिली है कि भोपाल के अलग-अलग पुलिस थानों में मौलान के खिलाफ 65 मामले दर्ज हैं.
- बीच सड़क फूल और कांटे वाला स्टंट
- नामजद अपराधी के खिलाफ FIR दर्ज
- भोपाल की सड़कों पर मचाया उत्पात
VIRAL VIDEO Phool Aur Kante Stunt: इंटरनेट पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें भोपाल की सड़कों पर उत्पात मचाते गुंडों को साफ देखा जा सकता है. जुबैर मौलाना नाम के एक अपराधी उसके अन्य साथी कई सारी गाड़ियों के साथ फूल और कांटे वाला स्टंट करने नजर आए. इससे भी ज्यादा परेशान करने वाली बात ये है कि बीच सड़क इनकी गाड़ियों के आगे एक शेवरोले बीट रिवर्स में चलाई जा रही थी. मौलाना और उसके साथी वाहनों से बाहर लटककर ना सिर्फ खुदकी, बल्कि बाकी राहगीरों की जान भी खतरे में डालते नजर आए.
इस वीडियो में ओपन जीप को पकड़कर एक शख्स अपना पैर बगल में चल रही महिंद्रा स्कॉर्पियो से टिकाकर फूल और कांटे वाला स्टंट करना चाह रहा था. ये एक बहुत बुरे हादसे में भी बदल सकता था, हालांकि इस स्टंट को करने में ये शख्स नाकाम रहा. बता दें कि चलती सड़क पर इस तरह के स्टंट करना पूरी तरह गैरकानूनी है और आम आदमी को इस तरह की हरकतों से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
Shocking Video: ऑटो है या आम का पेड़! गुच्छे की तरह लटकी दिखीं 50 सवारियां, पुलिस ने किया ऐसा
Shocking Video: यह नजारा देख आपके पैरों तले से खिसक जाएगी जमीन, उड़ते प्लेन को युवक ने पकड़ लिया हाथ से
सोशल मीडिया पर तेजी से ये वीडियो वायरल हो गया जिसके तीन दिन बाद गांधीनगर पुलिस ने जमानत पर बाहर निकले जुबैर मौलाना पर फिर FIR दर्ज कर ली है. मध्य प्रदेश के ग्रह मंत्री नरोत्तम मिश्र द्वारा इस मामले पर संज्ञान लेने के आदेश दिए, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है. जानकारी मिली है कि भोपाल के अलग-अलग पुलिस थानों में मौलान के खिलाफ 65 मामले दर्ज हैं. आदतन अपराधी की इस करतूत पर पुलिस सख्त कदम उठाएगी ऐसा अनुमान है.
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Mulank 8 Numerology 2023: साल 2023 में इन 8, 17 और 26 जन्मतिथि वालों को व्यापार में तरक्की के आसार, पढ़िए वार्षिक वर्षफल
Jansatta 6 दिन पहले आस्था डेस्क
Numerology 2023, Ank Jyotish Mulank Number 8: न्यूमेरोलॉजी के अनुसार जिन लोगों की जन्म तारीख 8, 17, 26 है, तो ऐसे व्यक्ति का मूलांक 8 बनता है। आपको बता दें कि अंक 8 को शनि ग्रह प्रतिनिधित्व करते हैं। शनि ग्रह के प्रभाव इनके करियर की तरक्की थोड़ी धीमी रहती है। वहीं जीवन में एक बार शारीरिक कष्ट उठाते हैं। यह व्यक्ति कर्मठ और मेहनती होते एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें हैं। ये स्वभाव से कैलकुलेटिव होते हैं। ये लोग समाज में प्रतिष्ठा पाते हैं। ये हर काम धैर्य के साथ और सोच- विचार कर करते हैं। इसलिए इनके हाथ के कई अवसर निकल जाते हैं। वहीं अगर बात करें तो साल 2023 तो इस साल कुछ बड़े अवसर आपके हाथ से निकल सकते हैं। आइए जानते हैं न्यूमेरोलॉजी के अनुसार वैवाहिक जीवन, करियर- कारोबार और सेहत का हाल…
मूलांक 8 वालों का करियर (Career Of Mulank 8 In 2023)
न्यूमेरोलॉजी के अनुसार इस साल व्यवसाय में आपको अधिक अवसर मिल सकते हैं। इसलिए आपको दिन दुगनी रात चौगनी उन्नति कर सकते हैं। वहीं इस साल किसी करीबी रिश्तेदार या मित्रता से आपको लाभ मिल सकते हैं। वहीं उनके साथ पार्टनरशिप में कोई कारोबार खोलने का विचार बना सकते हैं। वहीं इस साल नौकरी में कुछ बदलाव आ सकते है। लेकिन नौकरी सोच- समझकर बदलें। वहीं नौकरी की तलाश वालों को उनकी क्षमताओ के अनुसार नौकरी मिल सकती है। वहीं कारोबारियों को इस वर्ष काफी सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
मूलांक 8 वालों की आर्थिक स्थिति (Finance Of Mulank 8 In 2023)
आपको इस साल पैसों से संबंधित थोड़ा सतर्क रहना पड़ेगा। मतलब लेन- देन करते समय सावधानी बरतें। वहीं पैसा का निवेश करते समय, सोच विचार कर लें। लेकिन इस साल आप प्रापर्टी में निवेश कर सकते हैं। जो लाभकारी साबित हो सकता है। वहीं खर्चों पर थोड़ा नियंत्रण रखें, अन्यथा आपका बजट बिगड़ सकता है। इस वर्ष उधार लेने से बचें क्योंकि चुकाना भारी पड़ सकता है।
मूलांक 8 वालों का वैवाहिक जीवन 2023 (Married life And Relationship Of Mulank 8 in 2023)
साल 2023 में माता और बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है। वहीं सदस्यों में किसी बात को लेकर मनमुटाव हो सकता है और घर की बात को किसी बाहर के सदस्य से शेयर नहीं करें। अन्यथा यह बात क्लेश का कारण बन सकती है। वहीं किसी बात को लेकर संशय है तो परिवार के सदस्य आपस में बैठकर हल निकालें, तो बेहतर एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें रहेगा। जीवनसाथी के साथ संबंध अच्छे रहेंगे और उनका सहयोग प्राप्त होगा।
मूलांक 8 वालों का स्वास्थ्य 2023 ( Health Of Mulank 8 In 2023)
इस वर्ष आमतौर पर स्वास्थ्य आपका अच्छा ही रहेगा। लेकिन कार्यक्षेत्र में अधिक भागदौड़ रह सकती है। जिससे आपको मानसिक और शारीरिक थकान रह सकती है। वहीं साल के शुरुआती समय में आप अस्वस्थ महसूस एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें कर सकते हैं। हालांकि ये अस्वस्थता जल्दी ठीक भी होती दिख रही है। वहीं मानसिक चिंताओं को दूर रहने के लिए पसंदीदा गतिविधियां करते रहे, जो आपको ऊर्जावान बनाएंगी।
बिजनेस शुरू करने जा रहे हैं तो इन 5 बातों पर दें ध्यान
नई दिल्ली, पार्टनर कंटेंट। बिजनेस की शुरुआत करना, चाहे वह छोटा हो या बड़ा आसान काम नहीं है। इसमें पैसे के साथ-साथ समय और उर्जा की भरपूर खपत होती है। अगर आपने अपने बिजनेस की शुरुआत कर दी है तो यह आपके लिए एक सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। लेकिन उस बिजनेस को बरकरार रख पाना एक बहुत ही बड़ी चुनौती है, जिसका सामना बहुत ही कम लोग कर पाते हैं। अब सवाल यह उठता है कि छोटे बिजनेस की शुरुआत करने और उसे सफलतापूर्वक बरकरार रखने के लिए हमें क्या करना चाहिए। आइए उसी के बारे में जानते हैं -
रिसर्च है जरूरी : शुरुआती बिजनेस को आगे चलकर बरकरार न रख पाने की एक सबसे बड़ी वजह रिसर्च की कमी देखी गई है। कई बार लोग जोश-जोश में आकर या किसी को देखकर जल्दबाजी में बिजनेस करना शुरू कर लेते हैं। ऐसे में उन्हें आगे चलकर कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए यदि आप बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपने समय का बहुत बड़ा हिस्सा रिसर्च पर लगाएं। क्योंकि आपका रिसर्च ही बताएगा कि आप अपने प्रोडक्ट या सर्विस को कितने समय के लिए मार्केट में सक्रिय रख सकते हैं।
पैसे का सही इस्तेमाल : यह बात सौ फीसदी सच है कि बिना कैपिटल आप बिजनेस की कल्पना भी नहीं कर सकते। लेकिन दूसरी ओर सच्चाई यह भी है कि बिजनेस में ज्यादा से ज्यादा पैसे लगाना भी सफलता की गारंटी नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने बिजनेस के नेचर को समझिए और जितना जरूरत एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें हो उतना ही पैसा लगाइए। बिजनेस का स्वभाव हर पल बदलता रहता है। ऐसे में एक साथ इनवेस्ट करना समझदारी नहीं है। ऐसी परिस्थिति में आप किसी एक्सपर्ट की राय जरूर लें।
समय देना : अगर आप बिजनेस की शुरुआत करने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह तय है कि आपको अपने बिजनेस के लिए भरपूर समय देना होगा। क्योंकि शुरुआती दिनों में आपको कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा और इससे निपटने के लिए आपको भरपूर उर्जा भी लगानी पड़ेगी। इसके लिए आपके पास बेहतर टाइम मैनेजमेंट स्किल होना चाहिए, जो आपके बिजनेस के साथ-साथ आपकी सेहत के लिए एक अलार्म का काम करेगा। ऐसा इसलिए है, क्योंकि लोग अक्सर अपने काम में इतने बिजी हो जाते हैं कि अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान नहीं दे पाते।
टेक्नोलॉजी है अहम : आज के दौर को टेक्नोलॉजी का युग माना जाता है। इसलिए आज के समय में यदि आप सोच रहे हैं कि बिना तकनीक के इस्तेमाल से बिजनेस में सफल हो जाएंगे तो यह संभव नहीं है। देश में कई SME कंपनियां नवीनतम तकनीक को अपनाकर विकास की नई गाथा लिख रही हैं। अगर आप भी अपने छोटे बिजनेस की शुरुआत कर रहे हैं तो कुछ पैसा तकनीक के इस्तेमाल के लिए रखिए। क्योंकि तकनीक के इस्तेमाल से आप न केवल अपना समय बचा सकते हैं, बल्कि लागत कम करके लाभ भी कमा सकते हैं। कई कंपनियां तो ऐसी भी हैं, जो छोटे व्यपारियों को कंप्यूटर और दूसरे तकनीकी प्रोडक्ट कम दामों में देकर उनकी सहायता कर रही हैं। Dell उन्हीं में से एक है।
बता दें कि Dell ने कंप्यूटर रिफ्रेस प्रोग्राम के तहत पुराने कंप्यूटर को नए कंप्यूटर में बदलने की व्यवस्था की है। यह व्यवस्था दूसरे तकनीकी प्रोडक्ट के लिए भी है। Dell का मकसद है कि इससे आपकी ग्रोथ में किसी भी तरह की रुकावट न हो। अगर आप अपने तकनीकी प्रोडक्ट को अपग्रेड करवाते हैं तो आपको आकर्षक एक्सचेंज वैल्यू मिलेगा, और इसके कई फायदे हैं जैसे, इसके मूल्य पर दो गुना ज्यादा लाभ मिलेगा, अपग्रेड कराने पर कोई परेशानी नहीं होगी और डाटा सुरक्षित रहेगा व बेकार पड़े इलेक्ट्रोनिक समान से निजात मिलेगा। इसके अलावा इनके विश्वसनीय पार्टनर Cashifyऔर Yaantraहै। Dell पहला और इकलौता ऐसा ब्रांड है जो एक्सचेंज और अपग्रेड पर 2X फायदे देता है। Dell दूसरे तकनीकी ब्रांड्स के लिए भी ये ऑफर दे रहा है।
मार्केटिंग: तकनीक के अलावा आपको कुछ पैसा मार्केटिंग पर भी खर्च करना चाहिए। क्योंकि प्रचार के बिना आपके बिजनेस की गाड़ी रफ्तार नहीं पकड़ सकती है। बता दें कि आपके छोटे व्यवसाय या बिजनेस की सफलता के लिए मार्केटिंग आवश्यक है, खासकर यदि आप एक ऐसे क्षेत्र में काम कर रहे हैं, जहां पहले से ही एक ही तरह के प्रोडक्ट या सर्विस देने वाले व्यापारी मौजूद हों।
किसी भी बिजनेस की सफलता के लिए समय और धीरज की जरूरत होती है। आपको अपने बिजनेस को भरपूर समय देना होगा। अगर आप तकनीक के साथ-साथ अपना पूरा समय देते हैं व सही समय पर इनवेस्ट करते हैं तो आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।
लेखक - शक्ति सिंह
ये आर्टिकल DELL के साथ पार्टनर कॉन्टेंट का हिस्सा है और ये जागरण न्यू मीडिया के संपादकीय विचारों को नहीं दर्शाता
निचले असम के लोग परिवार नियोजन नहीं करते हैं, तो जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा: असम सीएम
निचले असम में बंगाली भाषी मुस्लिम आबादी अधिक है. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने विधानसभा में कहा कि वहां एक परिवार में आठ से 12 बच्चे होते हैं. उन्होंने कहा कि चाहे वे हिंदू हों या मुसलमान राज्य में वैष्णव मठ की ज़मीन पर क़ब्ज़ा करने वाले सभी लोगों को उसे ख़ाली करना होगा. The post निचले असम के लोग परिवार नियोजन नहीं करते हैं, तो जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा: असम सीएम appeared first on The Wire - Hindi.
निचले असम में बंगाली भाषी मुस्लिम आबादी अधिक है. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने विधानसभा में कहा कि वहां एक परिवार में आठ से 12 बच्चे होते हैं. उन्होंने कहा कि चाहे वे हिंदू हों या मुसलमान राज्य में वैष्णव मठ की ज़मीन पर क़ब्ज़ा करने वाले सभी लोगों को उसे ख़ाली करना होगा.
हिमंता बिस्वा शर्मा. (फोटो साभार: फेसबुक/Himanta Biswa Sarma)
गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने बुधवार को विधानसभा में उस समय विवाद खड़ा कर दिया, जब उन्होंने कहा कि अगर कुछ क्षेत्रों में जनसंख्या की जांच नहीं की गई तो राज्य को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने राज्य में चल रहे बेदखली/अतिक्रमण अभियान के खिलाफ विपक्षी दलों की दलीलों को खारिज करते हुए यह बयान दिया है.
शर्मा ने विपक्षी दलों की अपीलों को दरकिनार करते हुए कहा कि भाजपा शासित राज्य ‘असम में सरकारी और वन भूमि’ को अतिक्रमणमुक्त करने के लिए अभियान जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि असम में सरकारी और वन भूमि को खाली कराने का काम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता में रहने तक जारी रहेगा.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री ने शून्यकाल चर्चा में भाग लेते हुए कहा, ‘अगर निचले असम के लोग परिवार नियोजन नहीं करते हैं, तो 50 साल बाद हमारे लिए जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा. वहां एक परिवार में आठ से 12 बच्चे होते हैं.’
निचले असम में बंगाली भाषी मुस्लिम आबादी अधिक है.
मुख्यमंत्री शर्मा ने यह टिप्पणी कांग्रेस विधायक कमलाख्या डे पुरकायस्थ द्वारा इस सप्ताह के शुरू में राज्य के नगांव जिले के बटद्रवा में बड़े पैमाने पर बेदखली अभियान का मुद्दा उठाए जाने के बाद की.
इस सप्ताह की शुरुआत में असम के मध्ययुगीन वैष्णव संत शंकरदेव के जन्मस्थान के आसपास के क्षेत्र में 5,000 से अधिक ‘अतिक्रमणियों’ को सरकारी भूमि से बेदखल कर दिया गया था.
बीते 20 दिसंबर को कांग्रेस नेताओं की एक टीम ने घटनास्थल का दौरा किया था.
हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा, ‘जमीन खाली कराने का काम जारी रहेगा. हम बटद्रवा सहित राज्यभर में सरकारी और वन भूमि को खाली कराएंगे.’
मुख्यमंत्री ने सदन को यह भी बताया कि कई बेदखल लोग, जो वास्तव में भूमिहीन थे, को उनके सत्यापन के बाद सरकार द्वारा विभिन्न स्थानों पर जमीन के पट्टे (स्वामित्व के दस्तावेज) दिए गए हैं.
उन्होंने कहा, ‘सभी लोग, चाहे हिंदू हों या मुसलमान, उन्हें सात्र (वैष्णव मठ) की जमीन खाली करनी होगी. हम सभी से अतिक्रमण वाली जमीन खाली करने का आग्रह करते हैं. नहीं तो हमें उसे खाली करवाना पड़ेगा.’
कांग्रेस के विधायक रकीबुल हुसैन ने सरकार से बटद्रवा में विस्थापित किए गए लोगों की पेयजल, भोजन जैसी मौलिक आवश्यकताओं पर गौर का आग्रह किया.
इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘विस्थापित लोगों को पेयजल मुहैया एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें कराने के लिए कोई नीति नहीं है. उन्होंने जमीन पर कब्जा करके कानून तोड़ा है, इसलिए हम उनके लिए शिविर नहीं बना सकते. गैर सरकारी संगठन उनके लिए काम एक लाभदायक व्यापार से कैसे बाहर निकलें कर सकते हैं.’
जब हुसैन ने दावा किया कि हटाए गए लोग खुले आसमान के नीचे रह रहे हैं और तालाबों का पानी पी रहे हैं, तो शर्मा ने जवाब दिया कि असमिया लोग युगों से ऐसे पानी का उपयोग करते आ रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘हमने अपने चुनाव घोषणा-पत्र में कहा था कि अतिक्रमण करने वाले हमारी जिम्मेदारी नहीं हैं. मैं हमेशा कहता हूं कि हमें (भाजपा) उनके वोटों की जरूरत नहीं है.’
जिन लोगों को जमीनों से हटाया गया है उनमें से अधिकांश बांग्ला भाषी मुसलमान हैं, हालांकि असमिया सहित कई अन्य जातीय समूह भी प्रभावित हुए हैं.
मुख्यमंत्री ने वन भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए गौहाटी हाईकोर्ट के आदेश का हवाला दिया और कहा कि अगला बड़ा अभियान निचले असम के गोलपाड़ा जिले में चलाया जाएगा.
शर्मा ने कहा, ‘बटद्रवा ने लगातार कांग्रेस को वोट दिया है. पार्टी ने पिछले 75 वर्षों में (आजादी के बाद से) लोगों को जमीन के पट्टे क्यों नहीं दिए? वे सरकारी और वन भूमि पर अतिक्रमण करने वालों को जमीन का अधिकार दे सकते थे. तब हमने उन्हें नहीं हटाया होता.’
मुख्यमंत्री ने बटद्रवा के कांग्रेस विधायक एस. बोरा से जमीनों से हटाए गए लोगों में से वास्तविक भूमिहीनों की पहचान करने और उन्हें ‘पट्टा’ प्राप्त करने के लिए मिशन वसुंधरा के तहत आवेदन करने में मदद करने के लिए कहा.
उन्होंने कांग्रेस विधायकों से सवाल किया कि क्या उन्होंने पीड़ितों की असुरक्षा के साथ ‘राजनीति’ करने के बजाय सरकार में अपने कार्यकाल के दौरान उनके लिए कुछ नहीं करने के लिए बटद्रवा, गोरुखुटी और अन्य स्थानों से निकाले गए लोगों से माफी मांगी है.
मालूम हो कि असम में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता में लौटने के बाद से राज्य में कई बेदखली अभियान चलाए गए हैं. सबसे बड़े अभियानों में से एक सितंबर 2021 में दरांग जिले के गोरुखुटी में चला था, जिसमें पुलिस फायरिंग में दो लोगों की जान चली गई थी और 20 से अधिक अन्य घायल हो गए थे.
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