ग्लोबल हंगर इंडेक्स के आंकड़े विश्व की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था भारत पर कई प्रश्न उठाते हैं. 8 फीसदी की दर से बढ़ रही दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था क्या इतनी भी सक्षम नहीं है कि वह अपनी आबादी के एक बड़े तबके को भोजन करा सके? क्या हमारी प्रशासनिक और राजनीतिक व्यवस्था आज भी इतनी मजबूत नहीं है कि अपने देश में नागरिकों के भोजन के अधिकार को सुनिश्चित कर सके?

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय सेना, महिला अधिकारियों के साथ उचित व्यवहार नहीं कर रही।

साल 2022 में दुनिया के टॉप 10 सर्वश्रेष्ठ शहर कौन से हैं, यहां देखिए List

नई दिल्ली। टाइम आउट 2022 इंडेक्स के अनुसार, स्कॉटलैंड की राजधानी एडिनबर्ग दुनिया का सर्वश्रेष्ठ शहर है। सूची में इसके बाद शिकागो, मेडेलिन, ग्लासगो, एम्स्टर्डम, प्राग और माराकेच का स्थान है। बर्लिन, मॉन्ट्रियल और कोपेनहेगन टॉप 10 सर्वश्रेष्ठ शहरों में शामिल हैं। वहीं, इस सूची में भारतीय शहरों में मुंबई 14वें स्थान पर है जबकि दिल्ली …

नई दिल्ली। टाइम दुनिया में सबसे अच्छा संकेतक क्या है? आउट 2022 इंडेक्स के अनुसार, स्कॉटलैंड की राजधानी एडिनबर्ग दुनिया का सर्वश्रेष्ठ शहर है। सूची में इसके बाद शिकागो, मेडेलिन, ग्लासगो, एम्स्टर्डम, प्राग और माराकेच का स्थान है। बर्लिन, मॉन्ट्रियल और कोपेनहेगन टॉप 10 सर्वश्रेष्ठ शहरों में शामिल हैं। वहीं, इस सूची में भारतीय शहरों में मुंबई 14वें स्थान पर है जबकि दिल्ली 26वें स्थान पर है।

टाइम आउट 2022 इंडेक्स के अनुसार, हर साल, हम दुनिया भर के हजारों शहरवासियों से उनके गृहनगर में उनके जीवन के बारे में पूछताछ करते हैं। हम रेस्तरां के दृश्य और बार सर्किट के बारे में जानना चाहते हैं। थिएटर और आर्ट गैलरी। नाइटलाइफ़ और डेटिंग ऐप्स। पड़ोसी कैसे होते हैं और कौन से मोहल्ले असल में खुश मिजाज होते हैं। ऐसा हम इसलिए करते हैं कि क्योंकि हमारा मकसद शहर में रहले वालों एक वैश्विक स्नैपशॉट बनाना है, और लोगों को उन जगहों की दिशा में इंगित करना है जहां स्थानीय लोग वास्तव में उत्सुक व खुश हैं।

Ease of Living Index: बेंगलुरु, शिमला सबसे अच्छे शहर, जानिए कितने नंबर पर है आपकी सिटी

Ease of Living Index: सरकार ने जीवन सुगमता सूचकांक (Ease of Living Index) जारी कर दिया गया है. इसमें 111 शहरों में बेंगलुरु को रहने के लिए देश का सबसे अच्छा शहर चुना गया है.

10 लाख से ज्यादा की आबादी वाले शहरों में बेंगलुरु टॉप पर है. (फाइल फोटो)

Ease of Living Index: सरकार ने जीवन सुगमता सूचकांक (Ease of Living Index) जारी कर दिया गया है. इसमें 111 शहरों में बेंगलुरु को रहने के लिए देश का सबसे अच्छा शहर चुना गया है. वहीं छोटे शहरों में शिमला ने बाजी मारी है. देश के सभी म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में इंदौर और नई दिल्ली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन का काम सबसे बेहतर रहा है.

Global Hunger Index, ग्लोबल हंगर इंडेक्स क्या है, और भारत की रैंकिंग कितनी है

अल्प पोषण या कुपोषित की व्यापकता जो कि आहार ऊर्जा सेवन की पुरानी कमी का सामना करने वाले पापुलेशन के अनुपात का एक उपाय है। देश में 2018 से 2022 में 14.6% से बढ़कर 2019- 2021 में 16.3 परसेंट हो गई थी। इसके बाद 224.3 मिलियन लोगों को भारत में कुपोषित माना गया है।

Global Hunger Index : ग्लोबल हंगर इंडेक्स ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट जारी की है, जिसने भारत की चिंता बढ़ा दी है। 121 देशों के लिस्ट में भारत को 107 वां स्थान मिला है। भारत युद्ध ग्रस्त अफगानिस्तान के अलावा दक्षिण एशिया के लगभग सभी देशों से इस लिस्ट में पीछे हैं। ग्लोबल हंगर इंडेक्स यानी जीएचआई वैश्विक क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भूख को व्यापक रूप से मापने और ट्रैक करने का एक उपकरण है। ग्लोबल हंगर इंडेक्स सेकोर की गणना 100 अंकों के आधार पर की जाती है, जो कि भूख की गंभीरता को दर्शाता है।

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इन अंको में 0 या जीरो सबसे अच्छा स्कोर है और सबसे खराब 100 से है। भारत का स्कोर 29.1 है जो कि इसे गंभीर श्रेणी में रखता है, पड़ोसी मुल्कों और भारत की तुलना ग्लोबल इंडेक्स रिपोर्ट में अगर पड़ोसी देशों की बात करें तो लगभग सभी देश भारत से भूख के मामले में बेहतर है। श्रीलंका को 74 वें स्थान पर है जहां की आर्थिक स्थिति अभी बहुत खराब है। नेपाल को 81 वां स्थान और पाकिस्तान को 99वें स्थान मिला है। अफगानिस्तान 109 पर है वही भारत 107 पर है अफगानिस्तान की स्थिति भारत से भी बदतर है। इसके अलावा चीन सामूहिक रूप से 1 और 17 के बीच रैंक वाले देश में से एक है। इस ग्लोबल हंगर इंडेक्स रेट में चीन 5 से भी कम है। अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं FREE GK EBook- Download Now. / GK Capsule Free pdf - Download here

भारत में कुपोषित लोगों की संख्या क्या है


अल्प पोषण या कुपोषित की व्यापकता जो कि आहार ऊर्जा सेवन की पुरानी कमी का सामना करने वाले पापुलेशन के अनुपात का एक उपाय है।

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देश में 2018 से 2022 में 14.6% से बढ़कर 2019- 2021 में 16.3 परसेंट हो गई थी। इसके बाद 224.3 मिलियन लोगों को भारत में कुपोषित माना गया है। वहीं विश्व स्तर पर कुपोषित लोगों की कुल संख्या 828 मिलयन बताई गई है। Free Daily Current Affair Quiz-Attempt Now with exciting prize

ग्लोबल हंगर इंडेक्स के टॉप 10 देश

रैंक देश
1 बेलोरूस
2 बोस्निया और हर्जेगोविना
3 चिली
4 चीन
5 क्रोएशिया
6 एस्तोनिया
7 हंगरी
8 कुवैट
9 लातविया
10 लिथुआनिया
107 भारत


भारत भले ही ग्लोबल इंडेक्स रेट में सबसे पीछे हैं, लेकिन भारत में अन्य दो संकेतों में सुधार किया है। साल 2014 और 2022 के बीच बाल स्टंटिंग 38.7 परसेंट से घटकर 35.5 हुआ है और इसी तुलनात्मक अवधि में बाल मृत्यु दर भी 4.6% गिरकर 3.3 परसेंट हुई है। 2014 में भारत दुनिया में सबसे अच्छा संकेतक क्या है? को ग्लोबल इंडेक्स रिपोर्ट इसको 28.2 था, जो 2022 में 29.1 हुआ है। यह बदली हुई स्थिति भारत के लिए अच्छी नहीं है। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इस ऐप से करें फ्री में प्रिपरेशन - Safalta Application

ग्लोबल हंगर इंडेक्स में क्यों पिछड़ा भारत?

ग्लोबल हंगर इंडेक्स में क्यों पिछड़ा भारत?

हाल ही में आए ग्लोबल हंगर इंडेक्स, 2018 से पता चलता है कि भूख और कुपोषण से निपटने में मोदी सरकार अब भी जूझ रही है. भारत नाइजीरिया के साथ ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 103वें स्थान पर है. इसे भूख के 'गंभीर' स्तर वाले देश के रूप में रखा गया है.

सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले देशों में बेलारूस, बोस्निया और हर्जेगोविना, चिली, कोस्टारिका, क्रोएशिया इत्यादि हैं. भारत ने 30.5 के ग्लोबल हंगर इंडेक्स स्कोर के साथ खराब प्रदर्शन किया है.

यह स्थिति तब है जब भारत की कुपोषित आबादी में कमी आर्इ है. 2000 में भारत की कुल आबादी का 18.2 फीसदी हिस्सा कुपोषण का शिकार था. 2018 में कुल आबादी का 14.दुनिया में सबसे अच्छा संकेतक क्या है? 8 फीसदी वर्ग कुपोषण की स्थिति से गुजर रहा है.

Niti Aayog Health Index: सुधार वाले बड़े राज्यों में शीर्ष पर यूपी, केरल सबसे आगे

नीति आयोग द्वारा शुरू किए गए चौथे स्वास्थ्य सूचकांक

नीति आयोग ने राज्यों के स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण जारी किया है। इसके अनुसार हेल्थ इंडेक्स में सुधार वाले बड़े राज्यों में यूपी शीर्ष पर है। हालांकि केरल ओवरआल रैंकिंग में देश के राज्यों में सबसे आगे है।

नयी दिल्ली, प्रेट्र। नीति आयोग ने राज्यों के स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण जारी किया है। इसके अनुसार, हेल्थ इंडेक्स में सुधार वाले बड़े राज्यों में यूपी शीर्ष पर है। सुधार करने के मामले में 'बड़े राज्यों' में उत्तर प्रदेश, असम और तेलंगाना शीर्ष तीन रैंकिंग वाले राज्य रहे। 'छोटे राज्यों' में मिजोरम और मेघालय ने अधिकतम वार्षिक वृद्धिशील प्रगति दर्ज की। केंद्र शासित प्रदेशों में, दिल्ली के बाद जम्मू और कश्मीर ने सबसे अच्छा वृद्धिशील प्रदर्शन दिखाया। चौथे स्वास्थ्य सूचकांक के अनुसार, बड़े राज्यों में, सभी मानकों पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में केरल ने जहां शीर्ष स्थान हासिल किया है तो वहीं उत्तर प्रदेश सबसे निचले पायदान पर है लेकिन सुधार वाले बड़े राज्यों में यूपी टाप पर है। इस बारे में नीति आयोग के सीइओ अमिताभ कांत दुनिया में सबसे अच्छा संकेतक क्या है? ने कहा क‍ि जो बड़े राज्य हैं उनमें सबसे अच्छा काम उत्तर प्रदेश में हुआ है क्योकि उत्तर प्रदेश काफी नीचे था उसने उछाल मारा है। इम्प्रूव रैंकिंग(डेल्टा) उसमें उत्तर प्रदेश नंबर 1, असम नंबर 2 और तेलंगाना नंबर 3 पर है।

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