अगर कोई ब्रोकर रोजाना इंट्राडे फंडिंग के रूप में बैंक से 500 करोड़ रुपए लेता है तो उसे ढाई सौ करोड़ रुपए का कॉलेटरल बैंक के पास रखना पड़ेगा. इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, "शेयर बाजार में कारोबार करने वाले ब्रोकर को कॉलेटरल की व्यवस्था करनी पड़ेगी. कुछ छोटे ब्रोकर को इससे काफी दिक्कत हो सकती है. आरबीआई के इस प्रावधान के बाद ब्रोकर का ट्रेडिंग कॉस्ट बढ़ जाएगा क्योंकि अब उन्हें फिक्स डिपाजिट करने की व्यवस्था करनी पड़ेगी."

जॉब के अलावा करना चाहते हैं अतिरिक्त कमाई, एक्सपर्ट बता रहे हैं आसान उपाये

क्या शेयर बाजार से हुई आय पर लगता है इनकम टैक्स? जानें क्या है नियम

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 27 Jun 2021 11:23 जानें बाजार में इंट्राडे कमाई के फंडे PM (IST)

अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो सिर्फ ज्यादा से ज्यादा कमाई के बारे में नहीं सोचें. बल्कि इस बात की भी जानकारी हासिल करें कि शेयर बाजार से होने वाली कमाई पर कितना टैक्स देना होता है. हम आपको बता रहे हैं कि शेयर बाजार से हुई कमाई पर कितना टैक्स लगता है और कैसे.

इंट्रा-डे ट्रेडिंग

  • एक ही दिन में शेयर खरीद कर उसी दिन शाम तक बेच देने को इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहा जाता है.
  • इंट्रा-डे ट्रेडिंग से जो कमाई होती है उसे स्पेक्युलेटिव बिजनेस इनकम कहते हैं.
  • फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग से हुई कमाई को नॉन-स्पेक्युलेटिव बिजनेस इनकम कहा जाता है.

कितना देना होगा टैक्स

Stock Market में नुकसान से बचना है तो इन 8 बातों को गांठ बांध लें, वरना पड़ेगा पछताना

Edited by: Alok Kumar @alocksone
Published on: May 26, 2022 10:11 IST

Share Market - India TV Hindi

Photo:FILE

Stock Market में लगातार गिरावट से निवेशक परेशान हैं। इस गिरावट में सबसे ज्यादा नुकसान छोटे निवेशकों को हो रहा है। ऐसे में अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं और बीते कुछ महीनों की गिरावट से अपनी गाढ़ी कमाई गवां रहें हैं तो जल्द सचेत हो जाइए। शेयर बाजार के तमाम एक्सपर्ट अपनी कमाई की रोटी सेकते हैं। उनको आपके नुकसान से कोई फर्क नहीं पड़ता है। ऐसे में आपकी समझदारी और सही फैसला ही आपको नुकसान से बचा सकता है। इसी को देखते हुए हम आपको कुछ टिप्स दे रहे हैं जिसको फॉलो कर आप बाजार टूटने के बावजूद भयंकर नुकसान से बच सकते हैं। तो आइए, एक नजर डालते हैं उन 8 अहम बातों पर जिसको हर निवेशक को फॉलो करना चाहिए।

ITR Filing: कैपिटल मार्केट से होने वाली Income की जानकारी इनकम टैक्स रिटर्न में देना जरूरी

ITR Filing: कैपिटल मार्केट से होने वाली Income की जानकारी इनकम टैक्स रिटर्न में देना जरूरी

शेयरों के लेन-देन से दो तरह जानें बाजार में इंट्राडे कमाई के फंडे के कैपिटल गेन होते हैं, पहला है शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन और दूसरा है लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन. एक साल से कम की अवधि में हुई कमाई को शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन कहते हैं और एक साल या उससे अधिक की अवधि में हुई कमाई को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन कहते हैं. 31 जुलाई को इनकम टैक्स रिटर्न भरने की मियाद खत्म होने जा रही है. इसलिए हम आपके लिए इससे जुड़ी काम की खबर लेकर आए हैं. मसलन, अगर आपकी कैपिटल मार्केट से इनकम होती है, तो इसकी जानकारी इनकम टैक्स रिटर्न में देनी जरूरी है.

वहीं, एक ट्रेडर के रूप में आपको लॉस हुआ है या प्रॉफिट, आपके जानें बाजार में इंट्राडे कमाई के फंडे लिए टैक्स भरना जरूरी है. ज्यादातर लोगों को लगता है कि उन्हें नुकसान हुआ है, इसलिए उनके लिए टैक्स भरना जरूरी नही है. ऐसा करने पर आपको आयकर विभाग से नोटिस मिल सकता है. ध्यान रखना चाहिए कि टैक्स पीएंडएल रिपोर्ट में स्पेकुलेटिव इक्विटी इंट्राडे ट्रेड्स, नॉन स्पेकुलेटिर एफएंडअ ट्रेड, डिलिवरी ट्रेड्स से कैपिटल गेन और चार्जेस, टैक्स आदि सब कुछ अलग-अलग होता है.

समझें शेयर बाजार की कमाई को

शेयर बाजार से हुई कमाई पर लगने वाले टैक्स से पहले से समझना जरूरी है कि शेयर बाजार से कितने तरह के फायदे होते हैं. शेयरों के लेन-देन से दो तरह के कैपिटल गेन होते हैं, पहला है शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन और दूसरा है लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन. 1 साल से कम की अवधि में हुई कमाई को शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन कहते हैं और एक साल या उससे अधिक की अवधि में हुई कमाई को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन कहते हैं.

अब इंट्रा-डे ट्रेडिंग के बारे में जान लेते हैं. जैसा कि नाम से ही साफ है कि ये कमाई एक ही दिन में होती है. यानी सुबह से शाम तक के वक्त में आप शेयर बाजार में पैसे लगाकर उसे बेच देते हैं और फायदा कमाते हैं, तो उसे इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहते हैं और इससे हुआ फायदा शॉर्ट टर्म कैटिपल गेन होता है. ऐसे में उन्हें अपने मुनाफे पर 15 फीसदी का इनकम टैक्स चुकाना होगा. ध्यान रहे कि इंट्रा-डे से हुई कमाई को स्पेक्युलेटिव बिजनेस के तौर पर देखा जाता है, इसलिए आईटीआर फाइल करते वक्त आपको आईटीआर-3 फॉर्म का इस्तेमाल करना होगा.

कब भरना होता है आईटीआर-2

वहीं, अगर आप शेयर बाजार में एक दिन से अधिक के लिए शेयर खरीदते हैं तो उससे हुई कमाई के लिए आपको आईटीआर-2 फॉर्म भरना होगा. अगर आपकी कमाई शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन है तो आपको 15 फीसदी टैक्स देना होगा, जबकि अगर आपकी कमाई लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन है तो 1 लाख से अधिक की रकम पर 10 फीसदी का टैक्स देना होगा. बता दें कि 1 लाख रुपये तक के लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर आयकर में छूट दिए जाने का प्रावधान है.

कैपिटल ऐसेट्स जैसे म्यूचुअल फंड, स्टॉक्स, सोने और अचल संपत्ति से मिलने वाला लाभ कैपिटल गेन होता है. टैक्सपेयर्स को आईटीआर फॉर्म के CG शेड्यूल में कैपिटल गेन्स को भरना होता है. टैक्स एक्सपर्ट बताते हैं कि ऐसे टैक्सपेयर्स जो टैक्स के दायरे में नहीं आते हैं लेकिन उन्हें लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन मिला है और उसकी सीमा छूट की लिमिट से ज्यादा है तो उन्हें आईटीआर जरूर भरना चाहिए.

Stock Market के ब्रोकर पर बैंकों की बड़ी चोट, अब बिना गारंटी वाले इंट्राडे फंडिंग पर लग सकती है रोक, जानिए क्या होगा असर

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शेयर बाजार में कामकाज कर रहे बहुत से ट्रेडर गारंटी के बिना मिलने वाले इस लोन की मदद से खासी कमाई करते हैं.

भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल में ही देश के चार निजी क्षेत्र के बड़े बैंकों को कहा है कि ब्रोकर को बिना गारंटी के दिया जाने वाला इंट्राडे क्रेडिट बंद करने की व्यवस्था करें. आरबीआई ने कहा है कि अगर इस तरह की रकम देनी है तो उसका कम से कम 50 फ़ीसदी ब्रोकर से फिक्स डिपॉजिट या मार्केटेबल सिक्योरिटीज के रूप में रखा जाए. दो सीनियर बैंकर ने इकनॉमिक टाइम्स को यह जानकारी दी है.

कभी ट्यूशन पढ़ा कर करना पड़ता था गुजारा, आज शेयर बाजार में कर रही हैं लाखों की कमाई

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कौन कहता है कि आसमान में सुराख नहीं होते, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो. शेयर बाजार की दिग्गज कविता पर यह पंक्ति पूरी तरह फिट बैठती है. आज से जानें बाजार में इंट्राडे कमाई के फंडे करीब 11 साल पहले कविता ने शेयर बाजार में एंट्री की थी, और देखते ही देखते वो बाजार की माहिर खिलाड़ी बन गई. आज कविता का पोर्टफोलियो 2 करोड़ से अधिक का है. पेश से आईटी सेक्टर से ताल्लुक रखने वाली कविता आज कई लोगों के लिए प्रेरणा हैं.

मिंट में आयी एक रिपोर्ट के मुताबिक, कविता पश्चिम बंगाल के बर्दवान की रहने वाली है. वो फिलहाल एक ऑस्ट्रेलियाई कंपनी में आईटी पेशेवर के रूप में काम कर रही हैं, लेकिन इसके बाद भी वो एक सफल ट्रेडर हैं. उन्होंने ऑप्शन और फ्यूचर ट्रेड में कई झंडे गाड़े हैं. जिस ऑप्शन ट्रेड में कई दिग्गजों के भी पसीने छूट जाते हैं कविता के लिए वो लाल हरे कैंडल सफलता की सीढ़ी हैं.

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