Demat Account Meaning in Hindi

डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलें

फाइनेंशियल एसेट को कम समस्याओं और उच्च सुरक्षा के साथ आसानी से, उचित दामों पर और सुगमता से मैनेज करें.

केवल 15 मिनट में शुरू करें

अपना पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक विवरण तैयार रखें.

कई प्रॉडक्ट्स में इन्वेस्ट करें

इक्विटी, इक्विटी डेरिवेटिव एक डीमैट खाता क्या है? और म्यूचुअल फंड में से चुनें.

किफायती सब्सक्रिप्शन प्लान

किफायती सब्सक्रिप्शन प्लान का लाभ उठाएं.

ब्रोकरेज शुल्क में 99%** तक बचाएं

बीएफएसएल पूरी इंडस्ट्री में सबसे कम ब्रोकरेज प्रदान करता है.

सुविधाजनक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं

अन्य विकल्पों के साथ हमारे मोबाइल ऐप पर आराम से ट्रेड करें.

बीएफएल, बीएसएसएल की 100% सब्सिडरी पाएं

पारदर्शिता और विश्वास के साथ, वैल्यू-आधारित प्रोडक्ट प्रदान किए जाते हैं.

डीमैट अकाउंट डिजिटल मोड पर ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करता है. यह स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग एक डीमैट खाता क्या है? करने का पहला कदम है, विशेषकर अगर आप बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में ट्रेड करना चाहते हैं. डीमैट अकाउंट के साथ, आप कमोडिटी, इक्विटी और म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करके फाइनेंशियल वेरिएबल के दौरान भी पैसे बना सकते हैं और उसे बढ़ा सकते हैं.

बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड आपको मुफ्त में अकाउंट खोलने की सुविधा देता है और किफायती सब्सक्रिप्शन प्लान में उपलब्ध कई ट्रेडिंग विकल्प प्रदान करता है. बीएफएसएल सुविधाजनक ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए पेपरलेस और आसान अकाउंट रजिस्ट्रेशन की सुविधा प्रदान करता है.

डीमैट अकाउंट में डिजिटल मोड में शेयर, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) आदि जैसी फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ होती हैं. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए, डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना पहला चरण है. समय के साथ, महंगाई निवेशित पैसे की कीमत को कम करती है. स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने से आपको अपने पैसे को काम पर लगाने का और उसे एक डीमैट खाता क्या है? सही तरीके से बढ़ाने का अनुकूल अवसर मिलता है. बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड के साथ आप ऑनलाइन मुफ्त* डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं.

10 BEST Demat Account In India | भारत में 10 सबसे बेस्ट डीमैट अकाउंट

10 BEST Demat Account In India

पहले के समय में पेपर वर्क के माध्यम से शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया काफी मुश्किल होता था। इसी को दूर करने के लिए डीमैट अकाउंट (Demat Account) शुरू किया गया। डीमैट का मतलब ‘डीमैटरियलाइजेशन’ ‘dematerialization’ होता है। डीमैट अकाउंट (shares and securities) को डीमटेरियलाइज करता है, ताकि उन्हें इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखा जा सके और कहीं से भी डिजिटल रूप में खरीदा और बेंचा जा सके।

आज के समय में डीमैट अकाउंट (Demat Account) के बिना, आप शेयरों की खरीद-विक्री नहीं कर सकते और ना ही ट्रैडिंग कर सकते हैं। क्योंकि वर्ष 1996 में, Securities and Exchange Board of India (SEBI) ने एक आदेश जारी किया था जिसमें कहा गया था कि सभी निवेशकों के पास शेयरों में ट्रैडिंग करने के लिए एक डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है।

आज के इस पोस्ट में हम आपको 10 सबसे बेस्ट डीमैट अकाउंट के बारे में जानकारी देने ताकि आप तय कर सकें कि आपके जरूरत के अनुसार कौन सा सबसे अच्छा है।

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज

How to open a Demat Account : डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया बहुत आसान होती है. इसके लिए सबसे पहले आपको एर फॉर्म ऑनलाइन भरना होता है. जिसके बाद ई वेरिफिकेशन होता है. ये प्रोसेस पूरी होते ही आपका डीमैट खाता खुल जाता है.

शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज

Demat Account : शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए जरूरी है डीमैट अकाउंट. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

शेयर बाजार में ट्रेडिंग (Share Market Trading) कर पैसा बहुत से लोग बनाना चाहते हैं लेकिन शेयर्स खरीदने और बेचने के लिए जिस डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है, उसके बारे में कम ही जानकारी होती है. डीमैट अकाउंट कैसे काम करता है, इस खाते को खोलने के लिए जरूरी कागजात कौन से होते हैं और कितनी फीस डीमैट खाते को खोलने के लिए खर्च करनी पड़ती है. ऐसे बहुत सारे सवालों के जवाब हम आपको इस खबर की मदद से दे रहे हैं क्योंकि शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है, इसके बिना ट्रेडिंग नहीं की जा सकती है.

तो आइए जानते हैं डीमैट खाते से जुड़ी हर जरूरी जानकारी.

क्या होता है डीमैट खाता

यह भी पढ़ें

जिस तरह से बैंक अकाउंट होता है. इसी तरह से डीमैट अकाउंट भी बैंक खाते की तरह काम करता है. शेयर बाजार को रेगुलेट करने वाली संस्था SEBI के साफ निर्देश हैं कि बिना डीमैट खाते के शेयरों को किसी भी अन्य तरीके से खरीदा और बेचा नहीं जा सकता है.

डीमैट खाते की सबसे अच्छी बात होती है ये जीरो अकाउंट बैलेंस के साथ भी खोला जा सकता है. इसमें मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है. शेयर बाजार में निवेश के लिए निवेशक के पास बैंक अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट खाता होने चाहिए क्योंकि डीमैट खाते में आप शेयरों को डिजिटल रूप से अपने पास रख सकते है. तो वहीं ट्रेडिंग अकाउंट से मदद से शेयर, म्युचुअल फंड और गोल्ड में निवेश किया जा सकता है.

कैसे खोलें डीमैट खाता

- शेयरों में ऑनलाइन निवेश करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी डीमैट खाता होता है. आप इसे HDFC सिक्योरिटीज, ICICI डायरेक्ट, Axis डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास खुलवा सकते हैं.

- ब्रोकरेज फर्म का फैसला लेने के बाद आप उसकी वेबसाइट पर जाकर डीमैट अकाउंट ओपन करने का फॉर्म सावधानी से भरने के बाद उसकी KYC प्रोसेस को पूरा करें.

- KYC के लिए फोटो आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ के लिए डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. जब ये प्रोसेस पूरी हो जाएगा तो उसके बाद इन-पर्सन वेरिफिकेशन होगा. संभव है जिस फर्म से आप डीमैट अकाउंट खुलवा रहे हों, वो अपने सर्विस प्रोवाइडर के दफ्तर आपको बुलवाएं.

- इस प्रोसेस को पूरा होने के बाद आप ब्रोकरेज फर्म के साथ टर्म ऑफ एग्रीमेंट साइन करते है. ऐसा करने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल जाता है.

- फिर आपको डीमैट नंबर और एक क्लाइंट आईडी दी जाएगी.

कौन खोलेगा डीमैट खाता

इंडिया में डीमैट खाता खोलने का काम दो संस्थाएं करती है. जिसमें पहली है NSDL (National Securities Depository Limited) और दूसरी है CDSL (central securities depository limited). 500 से अधिक एजेंट्स इन depositories के लिए काम करते है, जिनको एक डीमैट खाता क्या है? आम भाषा में डीपी भी कहा जाता है. इनका काम डीमैट अकाउंट खोलना होता है.

जरूरी शर्तें

डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शर्त होती है कि जो व्यक्ति शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खुलवा रहा हो उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए. साथ ही इसके लिए उस व्यक्ति के पास पैन कार्ड, बैंक अकाउंट आइडेंटिटी और एड्रेस प्रूफ होना जरूरी है.

Demat Account Meaning in Hindi

What is Demat Account Meaning in Hindi डीमैट खाता क्या है, कैसे काम करता है, डीमैट अकाउंट की आवश्यकता क्यों पड़ती है और इसके क्या क्या फायदे हैं विस्तार से हिंदी में जानिये. डीमैट एक डीमैट खाता क्या है? खाते की जानकारी और इसे कैसे खुलवा सकते हैं। इसके क्या फायदे हैं और इसे कैसे मेंटेन करते हैं। शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी और अन्य पहलुओं को जानने के लिये हिंदी में शेयर मार्केट विस्तार से पढ़ें। What is Demat Account and what are benefits of it एक डीमैट खाता क्या है? in Hindi.

Demat Account Meaning in Hindi

Demat Account Meaning in Hindi

Demat Account Meaning in Hindi – No Physical Shares in Demat

ऐसा डिजिटल खाता जिसमें कंपनियों के शेयर कोई शेयरधारक डिजिटल अवस्था में रखता है उसे Demat Account कहते हैं। इसको आसानी से ऐसे समझिये. जैसे हम आपने पैसे अपने बैंक के खाते में रखते हैं वैसे ही हम अपने शेयर डीमैट खाते में रखते हैं। जैसे हम यदि बैंक के खाते से नकदी निकलवा लें तो वह नकदी या करंसी पैसे का भौतिक रूप है। मगर जब हम अपने डेबिट कार्ड से किसी दूकानदार को पेमेंट करते हैं तो यह पैसों का इलेक्ट्रॉनिक ट्रान्सफर हुआ. इसी प्रकार यदि हमारे पास शेयर हैं तो हम या तो उन्हें किसी को गिफ्ट देंगे या बाजार में बेच देंगे, दोनों ही परिस्थितियों में शेयरों का एक डीमैट खाते से दूसरे डीमैट खाते में इलेक्ट्रॉनिक ट्रान्सफर किया जाएगा. शेयरों को भौतिक रूप में रखने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती.

Demat Account Meaning In Hindi

शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक्स रूप से खाते में रखने की सुविधा को डीमैट कहते हैं. भारत में शेयर और प्रतिभूतियां को इलेक्ट्रॉनिक रूप से Dematerialized डिमैटीरिलाईज्ड एक डीमैट खाता क्या है? यानी Demat Account में रखा जाता है. शेयर धारक शेयरों को भौतिक रूप में यानी कागज़ पर छपे हुए शेयर सर्टिफिकेट नहीं रखते. इसके लिए ब्रोकर के पास जा कर Demat Account खुलवाया जाता है. सभी शेयरों के लेनदेन में डीमैट खाते का नंबर लिखा जाता है जिससे कि शेयरों की खरीद बिक्री का इलेक्ट्रॉनिक सेटलमेंट हो सके. किसी भी तरह के शेयरों के लेनदेन के लिए शेयर होल्डर के पास डीमैट खाता होना आवश्यक है.

शेयर सीधे खाते में आते हैं Keep your Shares in Demat Account

Demat Account तक पहुँचने के लिए इन्टरनेट पर पासवर्ड की जरूरत होती है. शेयरों की खरीद और बिक्री सौदा कन्फर्म होने पर स्वत ही हो जाती है.

जब भी कोई कंपनी बोनस अथवा राईट शेयर जारी करती है तो ये शेयर भी सीधे शेयर होल्डर के Demat Account में आ जाते हैं. आईपीओ IPO में शेयरों के आवेदन करने के लिए भी डीमैट खाते की आवश्यकता है. यदि आईपीओ में आपको शेयर मिले हैं तो वे सीधे आपके डीमैट खाते में ही आ जाते हैं.

Demat खाते के फायदे

डीमैट शेयर गुम नहीं होते, खराब नहीं हो सकते, चोरी नहीं हो सकते. इनसे सिग्नेचर ना मिलने जैसी समस्या भी नहीं होती. Demat Account की वजह से शेयरों की खरीद बिक्री में धोखा होने की संभावना भी समाप्त हो जाती है. यह बहुत ही सुविधाजनक भी है.

कैसे खुलवाएँ Demat खाता

आप अपना Demat Account किसी दूसरे को ट्रान्सफर नहीं कर सकते मगर इसमें पड़े शेयर दूसरे को ट्रान्सफर कर सकते हैं. डीमैट खाता किसी दूसरे के साथ जॉइंट तरीके से खुलवाया जा सकता है. आप एक से अधिक डीमैट खाते भी खोल सकते हैं. अधिकतर निजी बैंक आपको डीमैट खाता खुलवाने की सुविधा देते हैं. इसके अलावा कई निजी ब्रोकर कंपनियों के पास डीमैट खाता खुलवाया जा सकता है. इसके लिए आपको अपना पैन कार्ड की कॉपी, पते का प्रूफ देना होता है और KYC भरना पड़ता है.

10 करोड़ से ज्यादा Demat Account ओपन, शेयर बाजार में निवेश को लेकर भारतीयों में क्रेज

रूस-यूक्रेन युद्ध के बावजूद भारतीय एक डीमैट खाता क्या है? शेयर बाजार को दूसरे बाजारों से कम नुकसान हुआ है. युद्ध का असर कमजोर पड़ने के बाद जुलाई से तो निवेशक फिर से शेयर बाजार की तरफ लौटने लगे हैं. इस सबके असर से भी डीमैट खाते खुलवाने की रफ्तार बढ़ी है.

दोगुने हो गए डीमैट खाते.

आदित्य के. राणा

  • नई दिल्ली,
  • 07 सितंबर 2022,
  • (अपडेटेड 07 सितंबर 2022, 7:06 AM IST)

कोरोना के बाद से भारतीय अर्थव्यवस्था तरक्की (Indian Economy Growth) के पथ पर लगातार तेजी से दौड़ रही है. इस तरक्की का पैमाना तो नहीं लेकिन आइना शेयर बाजार को माना जाता है. शेयर बाजार में आई तेजी अक्सर इकोनॉमी की मजबूत बुनियाद का संकेत होती है. मजबूत आर्थिक बुनियाद का आइना माने जाने वाले शेयर बाजार में लोगों की भी दिलचस्पी बढ़ रही है. इसकी मिसाल है देश में तेजी से खुलते डीमैट खाते (Demat account), यानी जिस खाते के जरिए शेयर बाजार में निवेश करना मुमकिन होता है. अगस्त में देश में 22 लाख नए डीमैट खाते लोगों ने खुलवाए हैं. इसके बाद देशभर में कुल डीमैट खातों की संख्या बढ़कर 10 करोड़ के पार निकल गई है.

2.5 साल में दोगुने हो गए डीमैट खाते

लेकिन ये नंबर कैसे वाकई महत्वपूर्ण और बड़ा है इसको समझने के लिए इसकी तुलना प्री-कोविड साल से करनी होगी. कोरोना के पहले तक देश में केवल 4.9 करोड़ डीमैट खाते थे. लेकिन जिस तरह से 2020 की शुरुआत से लेकर अक्टूबर 2021 तक भारतीय शेयर बाजार ने दुनियाभर के शेयर मार्केट्स के मुकाबले शानदार प्रदर्शन किया, उसे देखते हुए लोगों का भरोसा इस बाजार पर एक डीमैट खाता क्या है? बढ़ा है.

सम्बंधित ख़बरें

हफ्ते में 4 दिन काम, 3 दिन छुट्टी पर सर्वे. जानिए फेल रहा या पास?
अडानी फिर चौथे नंबर पर खिसके, अमीरी में आगे निकला ये अरबपति
साइरस मिस्त्री के अंतिम संस्कार में पहुंचीं रतन टाटा की सौतेली मां
पेट्रोल पंप कैसे खोलें? इतना आएगा खर्चा, फिर हर लीटर पर कमीशन
कोरोना की वजह से शेयर बाजार में भूचाल, सस्ते में खरीद सकते हैं ये 3 शेयर!

सम्बंधित ख़बरें

यही नहीं रूस-यूक्रेन युद्ध के बावजूद भारतीय शेयर बाजार को दूसरे बाजारों से कम नुकसान हुआ है. युद्ध का असर कमजोर पड़ने के बाद जुलाई से तो निवेशक फिर से शेयर बाजार की तरफ लौटने लगे हैं. इस सबके असर से भी डीमैट खाते खुलवाने की रफ्तार बढ़ी है.

जून के बाद से फिर बढ़ी डीमैट खातों की रफ्तार

इस कारोबारी साल का हाल देखें तो अप्रैल में कुल डीमैट खातों की संख्या 9.21 करोड़ थी. वहीं मई में ये 9.48 करोड़, जून में 9.65 करोड़, जुलाई में 9.83 करोड़ और अब अगस्त में पहली बार 10.05 करोड़ हो गई है. ये तेजी इक्विटी निवेशकों के बढ़ते भरोसे का दमदार सबूत है. भारत में डीमैट खाता खोलने के लिए CDSL और NSDL के पास जिम्मेदारी है.

आंकड़ों के मुताबिक CDSL के डीमैट खातों की संख्या अगस्त में बढ़कर 7 करोड़ के पार निकल गई, जो जनवरी 2020 के आंकड़े से 3 गुना से भी ज्यादा है. वहीं NSDL के पास करीब 2.9 करोड़ डीमैट खातों की जिम्मेदारी है. हालांकि एसेट्स अंडर कस्टडी यानी AUC के हिसाब से देखें, तो फिर CDSL के पास साढ़े 38 ट्रिलियन रुपये के AUC हैं. जबकि NSDL के पास करीब 320 ट्रिलियन रुपये के AUC हैं, जो अप्रैल 2020 में 174 ट्रिलियन रुपये थे.

शेयर बाजार में 6 फीसदी से भी कम लोग करते हैं निवेश

हालांकि, 10 करोड़ से ज्यादा डीमैट खाते होने की एक वजह ये भी है कि कुछ लोगों के एक से ज्यादा डीमैट खाते हैं. अलग अलग ब्रोकर्स से डीमैट खाता खुलवाने की वजह से ये नंबर ज्यादा है. अनुमान है कि भारत में 6-7 करोड़ लोगों के पास डीमैट खाते होंगे. इनमें से भी सभी निवेश नहीं करते हैं, इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि कुल आबादी में से 6 फीसदी से भी कम लोग शेयर बाजार में निवेश करते होंगे. भारतीय निवेशक सीधे शेयर बाजार में निवेश करने के अलावा म्यूचुअल फंड्स, इंश्योरेंस और पेंशन फंड्स के जरिए भी इक्विटी में रकम लगाते हैं.

शेयर बाजार में फिर लौट रही है तेजी

अक्टूबर 2021 के बाद एक डीमैट खाता क्या है? जून 2022 तक फेड रिजर्व के ब्याज बढ़ाने, महंगाई में तेजी आने और रूस-यूक्रेन युद्ध के असर से विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से 33 अरब डॉलर निकाले थे. लेकिन अब मौजूदा जुलाई-सितंबर तिमाही में एक बार फिर से विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में लौटने लगे हैं.

इस तिमाही में अभी तक विदेशी निवेशकों ने 7.6 अरब डॉलर भारतीय इक्विटी बाजारों में लगाए हैं. सेंसेक्स भी अब अक्टूबर 2021 के ऑल टाइम हाई से महज 5 फीसदी पीछे है. वैसे भी भारतीय शेयर बाजारों ने वैश्विक बाजारों के मुकाबले जबरदस्त प्रतिरोधक क्षमता दिखाई है. इस साल एसएंडपी 500 18 फीसदी कमजोर हुआ है तो निफ्टी 1.8 प्रतिशत बढ़ा है.

रिटेल निवेशकों के भरोसे बढ़ रहा है शेयर बाजार

FPIs ने जब भारतीय बाजारों से पैसा निकाला, तो दुनिया के बाकी शेयर बाजारों के मुकाबले यहां पर कम गिरावट की वजह रही रिटेल निवेशकों की बढ़ती हिस्सेदारी. IPO मार्केट ने भी रिटेल निवेशकों को शेयर बाजार की तरफ लगातार आकर्षित किया है.

यहां तक की अप्रैल-जून तिमाही में जब जून में डीमैट खाते खुलवाने की रफ्तार 16 महीने के निचले स्तर पर लुढ़क गई थी, तब भी उस महीने 18 लाख डीमैट खाते खुलवाए गए थे. रिटेल निवेशकों की इक्विटी मार्केट में सीधी बढ़ती हिस्सेदारी और SIP के जरिए पैसा लगाने की चाहत ने भारतीय शेयर बाजार को दुनिया के सबसे आकर्षक बाजारों में शुमार किया हुआ है.

रेटिंग: 4.63
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 289